प्रधानमंत्री ने अपने संदेश में देशवासियों से कहा कि कोरोना वैश्विक महामारी के दौरान देशव्यापी लॉकडाउन को आज नौ दिन हो रहे हैं। उन्होंने देशवासियों से कहा कि इस रविवार पांच अप्रैल को हम सबको मिलकर कोरोना के संकट के अंधकार को चुनौती देनी है, उसे प्रकाश की ताकत का परिचय कराना है। इस पांच अप्रैल को हमें, 130 करोड़ देशवासियों की महाशक्ति का जागरण करना है। उन्होंने देशवासियों से रविवार की रात के नौ मिनट मांगे हैं
प्रधानमंत्री ने अपने संदेश में देशवासियों से कहा कि कोरोना वैश्विक महामारी के दौरान देशव्यापी लॉकडाउन को आज नौ दिन हो रहे हैं। उन्होंने देशवासियों से कहा कि इस रविवार पांच अप्रैल को हम सबको मिलकर कोरोना के संकट के अंधकार को चुनौती देनी है, उसे प्रकाश की ताकत का परिचय कराना है। इस पांच अप्रैल को हमे…
प्रधानमंत्री ने कहा, हमारे यहां कहा जाता है, "उत्साहो बलवानार्य नास्त्युत्साहात्परं बलम्। सोत्साहस्य हि लोकेषु न किंचिदपि दुर्लभम्" यानि, हमारे उत्साह, हमारी आत्मा से बड़ी ताकत दुनिया में कोई दूसरी नहीं है
प्रधानमंत्री ने कहा, हमारे यहां कहा जाता है, "उत्साहो बलवानार्य नास्त्युत्साहात्परं बलम्। सोत्साहस्य हि लोकेषु न किंचिदपि दुर्लभम्" यानि, हमारे उत्साह, हमारी आत्मा से बड़ी ताकत दुनिया में कोई दूसरी नहीं है
प्रधानमंत्री ने कहा कि पांच अप्रैल की रात नौ बजे सभी लोग घर की सभी लाइटें बंद करेंगे और चारों तरफ जब हर व्यक्ति एक-एक दीया जलाएगा, तब प्रकाश की उस महाशक्ति का एहसास होगा, जिसमें एक ही मकसद से हम सब लड़ रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पांच अप्रैल की रात नौ बजे सभी लोग घर की सभी लाइटें बंद करेंगे और  चारों तरफ जब हर व्यक्ति एक-एक दीया जलाएगा, तब प्रकाश की उस महाशक्ति का एहसास होगा, जिसमें एक ही मकसद से हम सब लड़ रहे हैं।
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NEWS " alt="" aria-hidden="true" /> हमारा देश कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए पिछले नौ दिनों से लॉकडाउन में है। 21 दिनों का यह लॉकडाउन 14 अप्रैल तक लागू रहेगा। इसी बीच दो अप्रैल की शाम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक ट्वीट किया जिसमें उन्होंने बताया था कि वो तीन अप्रैल …
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बताते चलें कि परिजन चाहते थे कि महिला का अंतिम संस्कार किसी भी तरीके से कर दिया जाए, जिसमें सीएनजी शवदाह भी शामिल है। लेकिन घाट के कर्मचारियों ने कहा कि जब तक इस बाबत उन्हें पुख्ता या लिखित में नहीं बताया जाएगा, वह संस्कार कैसे होने दें
बताते चलें कि परिजन चाहते थे कि महिला का अंतिम संस्कार किसी भी तरीके से कर दिया जाए, जिसमें सीएनजी शवदाह भी शामिल है। लेकिन घाट के कर्मचारियों ने कहा कि जब तक इस बाबत उन्हें पुख्ता या लिखित में नहीं बताया जाएगा, वह संस्कार कैसे होने दें
सूत्रों के मुताबिक घाट के कर्मचारी का कहना था कि इस महिला का अंतिम संस्कार इलेक्ट्रिक दहन से होना चाहिए। वह ये भी बता रहे थे कि शव के साथ जो डॉक्टर आए हैं, उनका भी यही कहना है कि किसी और तरीके से महिला का अंतिम संस्कार नहीं हो सकता। इस तरीके का संस्कार(इलेक्ट्रिक दहन) लोधी रोड श्मशान घाट पर होता है।
सूत्रों के मुताबिक घाट के कर्मचारी का कहना था कि इस महिला का अंतिम संस्कार इलेक्ट्रिक दहन से होना चाहिए। वह ये भी बता रहे थे कि शव के साथ जो डॉक्टर आए हैं, उनका भी यही कहना है कि किसी और तरीके से महिला का अंतिम संस्कार नहीं हो सकता। इस तरीके का संस्कार(इलेक्ट्रिक दहन) लोधी रोड श्मशान घाट पर होता है…